एफपीआई की एग्जिट?

विदेशी निवेशकों  की उड़ान 

भारतीय शेयर बाजार से  बजट के बाद से विदेशी निवेशक क्यों भाग रहें हैं?

बजट का कड़वा सच 

बजट में किए गए कुछ बदलावों, खासकर टैक्स संबंधी प्रावधानों ने एफपीआई को नाराज किया है। 

रुपये पर संकट?

एफपीआई का धन निकलने से रुपये की कमजोरी बढ़ सकती है, जिससे महंगाई बढ़ने  का खतरा है। 

घरेलू निवेशकों  की चुनौतियां 

घरेलू निवेशकों को एफपीआई की जगह  लेने की चुनौती है 

बाजार में  स्थिरता बनी हुई है 

बावजूद इसके कि एफपीआई बड़ी मात्रा में पैसा निकाल रहे हैं, शेयर बाजार में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं आया है। 

सरकार की  भूमिका अहम 

सरकार को एफपीआई को वापस लाने के लिए कई कदम उठाने होंगे, जैसे कर सुधार और बुनियादी ढांचे में निवेश। 

अर्थव्यवस्था पर असर 

एफपीआई का जाना अर्थव्यवस्था की विकास दर को प्रभावित कर सकता है, लेकिन भारत की मजबूत घरेलू मांग कुछ हद तक सहारा दे सकती है। 

स्टार्टअप्स  के लिए मुश्किलें 

एफपीआई स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग का प्रमुख स्रोत हैं, इसलिए स्टार्टअप्स को चुनौतियों का सामना  करना पड़ सकता है। 

क्या करें निवेशक? 

इस स्थिति में निवेशकों को लंबी अवधी के लिए निवेश करना चाहिए 

सलाह लें! 

अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें और एक वित्तीय सलाहकारसे जरूर मिलें।  

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