SEBI's Rules for ETF's and  Index Funds

निवेशकों के लिए खुशखबरी! SEBI ला रहा है ETF और इंडेक्स फंड नियमों में ढील

जानिए SEBI द्वारा प्रस्तावित ETF और इंडेक्स फंड नियमों में बदलाव और इससे निवेशकों को होने वाले फायदे।

निष्क्रिय निवेश को  बढ़ावा दे रहा है SEBI

भारतीय पूंजी बाजार में निष्क्रिय निवेश को बढ़ावा देने के लिए SEBI ला रहा है नए नियम।

समूह कंपनियों में  निवेश सीमा में वृद्धि

SEBI के प्रस्तावित नियमों के अनुसार, समूह कंपनियों में निवेश की सीमा को 25% से बढ़ाकर 35% करने का प्रस्ताव।

एकल फंड मैनेजर की नियुक्ति की अनुमति

फंड हाउस को अब कमोडिटी और विदेशी निवेश दोनों के लिए एक ही फंड मैनेजर नियुक्त करने की अनुमति मिलेगी।

बेंचमार्क से विचलन  की सीमा में वृद्धि

ETF और इंडेक्स फंड अब अपने बेंचमार्क सूचकांकों से 2% तक विचलन कर सकेंगे।

निवेशकों के लिए फायदे: बेहतर ट्रैकिंग

समूह कंपनियों में निवेश सीमा बढ़ने से ETF और इंडेक्स फंड सूचकांकों को अधिक सटीक रूप से ट्रैक कर पाएंगे।

निवेशकों के लिए फायदे: कम लागत

एकल फंड मैनेजर की नियुक्ति से परिचालन लागत कम हो सकती है, जिसका लाभ निवेशकों को कम व्यय अनुपात के रूप में मिल सकता है।

निवेशकों के लिए फायदे: अधिक विकल्प

इन परिवर्तनों से ETF और इंडेक्स फंड प्रदाताओं के लिए नए उत्पाद लॉन्च करना आसान हो सकता है, जिससे निवेशकों के लिए अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे।

निवेशकों के लिए सकारात्मक कदम

SEBI द्वारा ETF और इंडेक्स फंड नियमों में ढील देना निवेशकों के लिए सकारात्मक कदम है। इससे निवेश को बढ़ावा मिलेगा और निवेशकों को लाभ होगा।

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